9 अभियुक्त गिरफ्तार, कंपनी के निदेशक और अन्य अभियुक्तों की तलाश जारी
उदयपुर जिले की सुखेर थाना पुलिस ने शैल कंपनी का खुलासा कर 9 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। आरोपी ऑनलाइन सेलिंग का काम बता कंपनी में पैसे लगाकर कमीशन देने का झांसा देकर ठगी किया करते हैं। मामले में कंपनी के निदेशक व अन्य अभियुक्तों की पुलिस तलाश कर रही है।
एसपी योगेश गोयल ने बताया कि शुक्रवार को बारां निवासी विष्णु कुमार चोपदार ने रिपोर्ट दी कि उसके गांव के दोस्त प्रदीप ने उदयपुर में नौकरी लगाने को कहा। उदयपुर में वह उसे ईसीआर एमपीएल प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में लेकर गया। जहां उसके जैसे और भी काफी युवा आए हुए थे। हम सभी को कंपनी में काम करने की ट्रेनिंग दी गई और बताया कि उनका ऑनलाइन सेलिंग का काम है।
इसके लिए कंपनी की कार्मिकों ने उससे 59 हजार 922 ले लिए और कहा कि काम करने के लिए आगे और मेंबर जोड़ने हैं। उनसे पैसे प्राप्त होने पर कमीशन दिया जाएगा। इस प्रकार नौकरी देने का झांसा देकर इन्होंने उसके साथ ठगी की है। रिपोर्ट पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की गई।
एसपी गोयल ने बताया कि पूर्व में भी इस प्रकार की फर्जी कंपनियों की शिकायत मिली थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उमेश ओझा व सीओ कैलाशचंद खटीक के सुपरविजन एवं एसएचओ हिमांशु सिंह राजावत के नेतृत्व में गठित की गई टीम द्वारा मौके पर जाकर चैक किया तो कंपनी द्वारा बड़े-बड़े हॉल किराए पर लिए हुए हैं। वहां पर कुछ लोग बेरोजगार युवकों को ट्रेनिंग देने का नाम पर बैठे हुए थे। बातचीत की गई तो पता चला कि वहां पर ट्रेनिंग कर रहे युवाओं को नौकरी देने के नाम पर गांव से बुलाया जाता है। और फिर नेटवर्क मार्केटिंग के नाम पर पैसे लेकर सदस्य बनाया जाता। चैन सिस्टम बनाकर लोगों को नौकरी लगाने के नाम पर ठगी की जा रही थी।
एसपी ने बताया कि मौके से पुलिस ने सुरेश पुत्र श्रवण राम निवासी नापासर बीकानेर, सुनील पुत्र भोमाराम निवासी लोहावट जोधपुर, अशोक पुत्र कन्हैया निवासी कारोई भीलवाड़ा, कुलदीप सिंह पुत्र जेठू सिंह निवासी आमेट राजसमंद, जयंत कुमार पुत्र दयाशंकर निवासी नारखी, कोटला, बहीरनपुर, अशोक सोलंकी पुत्र देवनाथ निवासी सुमेरपुर पाली, करण पुत्र महिपाल निवासी डूंगरपुर, कमलेश पुत्र दलिया निवासी खमेरा बांसवाड़ा एवं रवि शर्मा पुत्र चंद्रेश निवासी आदमपुर हिसार को गिरफ्तार किया है।